दयानिधि

देश के अधिकतर इलाकों में गर्मी अपने चरम पर है, गर्म उमस भरा मौसम रात को भी पीछा नहीं छोड़ रहा है। मौसम विभाग के द्वारा  11 जून, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि अगले चार दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में बढ़ते अधिकतम तापमान से कोई राहत मिलने के आसार नहीं हैं, हालांकि उसके बाद धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने से गर्मी से राहत मिल सकती है।

वहीं, अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद यहां भी तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी का कहर जारी है, 10 जून, 2025 को तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने 11 जून को अधिकतम तापमान के 44 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान लगाया है। जबकि नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे पड़ोसी शहरों में भी गर्मी का प्रकोप जारी है, दिल्ली का तापमान काफी अधिक है। विभाग ने बुधवार, 11 जून को दिल्ली में हीटवेव के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पंजाब के भटिंडा में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के नांदेड़ में न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

तो कल, पंजाब के भटिंडा में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम, कहां चलेगी लू?

11 से 16 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं, जबकि 11 से 13 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लोगों को भीषण हीटवेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। 11 से 13 जून के दौरान पूर्वी राजस्थान में कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने की आशंका जताई गई है। वहीं 11 जून, 2025 को पूर्वी उत्तर प्रदेश, 11 से 13 जून को पंजाब, 11 और 12 जून को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश में गर्म हवाओं से छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं।

11 जून को पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों, बिहार, ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है। वहीं, 11 जून को पंजाब, हरियाणा, 11 और 12 जून को राजस्थान के कुछ हिस्सों में रात में गर्म मौसम के बने रहने का अंदेशा जताया गया है।

कहां-कहां तूफानी हवाओं के साथ बरसेंगे बादल, कहां गिरेगी बिजली?

पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में जारी है, साथ ही उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार अब उत्तरी हरियाणा और इससे सटे इलाकों पर बन गया है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के कारण 11 और 12 जून को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में, 12 से 16 जून के दौरान हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में, 14 से 16 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, इन राज्यों में बादलों के 15.6 से 64.4 मिमी तक बरसने का अनुमान है। जबकि 12-16 जून के दौरान उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

देश के अलग-अलग हिस्सों में जारी चक्रवाती प्रसार व हवाओं के ट्रफ तथा मॉनसूनी गतिविधि के चलते, 11 जून, 2025 को आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। वहीं असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात होने के आसार हैं, पूर्वोत्तर भारत के इन राज्यों में भी 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। बिहार, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं।

मौसम विभाग की मानें तो 11 जून, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, आंतरिक कर्नाटक, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों बिजली गिरने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है। कोंकण और गोवा, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने तथा चलने तथा बूंदाबांदी के साथ वज्रपात होने के आसार हैं।

कहां-कहां दस्तक देगा मॉनसून?

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, 14 जून के आसपास मध्य और आसपास के पूर्वी भारत के कुछ और हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताई जा रही हैं। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की उत्तरी सीमा लगातार मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड द्वीप तथा बालुरघाट से होकर गुजर रही है।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल 10 जून को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के मछलीपट्टनम में 6 सेमी, विजयवाड़ा-गन्नावरम, कलिंगपट्टनम प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 5 सेमी छत्तीसगढ़ के रायपुरलालपुर में 5 सेमी, केरल और माहे के कोझिकोड में 4 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा के दीमापुर में 3 सेमी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बेंगलुरु एचएएल, बेंगलुरु प्रत्येक जगह 3 सेमी, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल के चेन्नई में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

       (‘डाउन-टू-अर्थ’ से साभार )

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