Author: vaigyanikchetna

अप्रत्याशित मानसून के कारण देश के 70 प्रतिशत से अधिक जिलों में सूखे की स्थिति, फसल होगी प्रभावित

पुलहा रॉय, विवेक मिश्रा  इस बार कम समय में अतिवृष्टि और सूखे की स्थिति वाले अप्रत्याशित मानसून ने न सिर्फ…

जानकारी : इस वर्ष खास होगा अक्टूबर में होने जा रहा ‘ रिंग ऑफ फायर एन्युलर’ यानी कंकणाकृति सूर्य ग्रहण

विकास शर्मा अक्टूबर महीने में दिखाई देने वाला सूर्य ग्रहण सामान्य तौर पर दिखने वाले सूर्य ग्रहण से बहुत ही…

25 सितंबर, जन्मदिन : नई पीढ़ी के लिए अब भी प्रेरणा के स्त्रोत हैं देश के प्रमुख वैज्ञानिक व इसरो प्रमुख रहे प्रो. सतीश धवन

विकास शर्मा प्रोफेसर सतीश धवन का जीवन आज के छात्रों के लिए एक प्रेरणा है. उन्होंने कई विषयों की पढ़ाई…

दुनिया के अलग अलग भागों में, धरती में गहरे ड्रिलिंग कर, पृथ्वी के गर्भ का रहस्य जानने की कवायद में जुटे हैं वैज्ञानिक

रोहिणी मूर्ति पृथ्वी का कोर प्राकृतिक प्रक्रियाओं के लिए गर्मी पैदा करने वाले इंजन के रूप में काम करता है…

मानव का चंद्र अभियान जारी, नासा ने जारी की तस्वीर, अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इंसान को उतारने की तैयारी

विविधा सिंह यह तस्वीर दो लूनर ऑर्बिटर कैमरा से मिलाकर बनाई गई है. एक फोटो लूनर रिकोनिसेंस ऑर्बिटर कैमरा (LROC)…

WHO की रिपोर्ट : 31% भारतीय हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित, सिर्फ 37 प्रतिशत लोगों का ही समय पर हो पाता है इलाज

सुमी सुकन्या दत्ता विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर भारत…

रोचक : दुनिया का सबसे छोटा कैमरा, जिसका साइज़ है नमक के दाने जितना, पर काम बड़े कमाल का है

प्रतीति पांडे विज्ञान हमारी सोच से भी कहीं आगे है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दुनिया के सामने नमक के दाने जितने…

अध्ययन : चंद्रयान-1 के आंकड़ों से हुआ खुलासा, पृथ्वी से ही चंद्रमा पर पहुंचा था पानी

विकास शर्मा अमेरिकी शोधकर्ताओं ने चंद्रयान-1 के आंकड़ों का अध्ययन कर पाया है कि चंद्रमा पर पानी की उपस्थित में…

चंद्रयान के बाद अब शीघ्र ही लॉन्च होगा भारत का बहुप्रतीक्षित समुद्रयान, तैयारी में जुटे हैं वैज्ञानिक

भारत का बहुप्रतिक्षित समुद्रयान अभियान अब जल्दी ही लॉन्च किया जा सकता है. जिस तेजी से इस पर काम हो…

16 सितम्बर, विश्व ओजोन दिवस है ओजोन परत के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता एवं संकल्प का दिन

विकास शर्मा अंटार्कटिका के ऊपर ओजोत परत में हुए छेद के लिए दुनिया में मोंट्रियल प्रोटोकॉल लागू किया गया था.…