शहर की DMO केजे रीना ने बताया कि लड़की का एंटीजन टेस्ट निगेटिव है जबकि RT-PCR टेस्ट पॉजिटिव आया है। उसके अंदर कोरोना के कोई लक्षण नहीं है।
कोरोना को लेकर अभी बिलकुल भी लापरवाह होने की जरूरत नहीं है। पिछले साल भारत में सबसे पहले कोरोना संक्रमित पाई गई महिला में अब एक बार कोरोना संक्रमण के पुष्टि हुई है। केरल के त्रिशूर में हेल्थ डिपार्टमेंट के लोगों ने बताया कि एक महिला चिकित्सक जो कि पहली भारत की पहली कोरोना संक्रमित मरीज थी फिर से वायरस की चपेट में आ गई है।
शहर की DMO केजे रीना ने बताया कि लड़की का एंटीजन टेस्ट निगेटिव है जबकि RT-PCR टेस्ट पॉजिटिव आया है। उसके अंदर कोरोना के कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने बताया कि लड़की को शिक्षा संबंधित कारणों से दिल्ली जाना था, जिस वजह से उसके सैंपल लिए गए थे। RT-PCR में टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आया। उन्होंने बताया कि लड़की इस वक्त अपने घर पर है और ठीक है।
आपको बता दें कि पिछले साल 30 जनवरी 2020 को वुहान यूनिवर्सिटी की मेडिकल की छात्रा कोरोना संक्रमित पाई गई थी। वो भारत की पहले कोरोना मरीज थी। ये लड़की सेमेस्टर हॉलिडे की वजह से अपने घर लौटी थी। तब Thrissur Medical College Hospital में लगभग तीन हफ्ते तक इलाज के बाद संक्रमित लड़की के दो टेस्ट निगेटिव आए थे, जिसके बाद उसे 20 फरवरी को डिस्चार्ज कर दिया गया था।