अमृत चंद्र

वैज्ञानिकों का कहना है कि गैलेक्सी में मौजूद सभी ज्ञात तारों की चमक को जोड़ तो भी ये तारा सबसे ज्‍यादा चमकदार है. वहीं, ये सुपरनोवा से 20 गुना ज्यादा चमकदार नजर आ रहा है. इसके अलावा ये सभी सुपरनोवा से बहुत ज्‍यादा ताकतवर है.

 

 

अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक ऐसा तारा खोज निकाला है, जिसकी चमक सूरज से भी 57 हजार करोड़ गुना ज्‍यादा है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, चूंकि ये धरती से करीब 380 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है. इसलिए हम उसे देख नहीं पा रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह चमकदार तारा गर्म गैसों का बड़ा गोला है. हालांकि, अभी तक किसी भी वैज्ञानिक ने ये दावे से नहीं कहा है कि ये तारा है या सुपरनोवा है. फिलहाल वैज्ञानिक ये समझने में जुटे हैं कि इसे क्‍या कहा जाए. फिर कुछ वैज्ञानिक इसे तारा तो कुछ सुपरनोवा कह रहे हैं.

 

अंतरिक्ष में मौजूद इस चमकदार चीज को सुपरनोवा कहने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि ये अब तक खोजे गए मैग्‍नेटार में सबसे ज्‍यादा चमकीली और ताकतवर है. ओहायो स्‍टेट यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोनॉमी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर क्रिजिस्‍तॉफ स्‍टानेक का कहना है कि अगर ये सुपरनोवा यानी मैग्‍नेटार है तो ये पावर के पैमान में 1 से 10 के बीच नहीं, बल्कि 11 पर आएगा. उनका कहना है कि आज तक ऐसा ताकतवर सुपनोवा कभी नहीं खोजा गया है.

 

सब तारे मिलकर देंगे इससे 20 गुना कम चमक
वैज्ञानिकों का कहना है कि अब तक खोजे गए सबसे ताकतवर सुपरनोवा के मुकाबले भी इसकी चमक करीब 200 गुना तक ज्‍यादा है. वहीं, कुछ वैज्ञानिकों का यहां तक दावा है कि अगर तारामंडल में ज्ञात सभी तारों को जोड़ दिया जाए तो भी इसकी चमक के सामने फीके पड़ जाएंगे. इस पैमाने पर ये सुपरनोवा या मैग्‍नेटार या तारा सभी तारों की एकजुट चमक के मुकाबले भी 20 गुना ज्‍यादा होगी. स्‍टानेक ने कहा कि इस चीज के बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता हे. हम अभी यही नहीं समझ पा रहे कि ये क्‍या है. इसमें इतनी चमक क्‍यों है?

 

ऊर्जा इतनी कि कुछ भी जलाकर राख कर दे
स्‍टानेक ने कहा कि ये बहुत तेजी से घूर्णन करने वाला तारा हो सकता है. इस वजह से इसका चुम्‍बकीय क्षेत्र भी काफी बड़ा हो सकता है. उन्‍होंने कहा कि ये चीज 1000 चक्‍कर प्रति सेकेंड लगा रही है. लिहाजा, इसकी चमक सूरज के मुकाबले भी 57 हजार करोड़ गुना ज्‍यादा मालूम पड़ रही है. इससे इतनी ज्‍यादा ऊर्जा निकल रही है कि किसी भी चीज को जलाकर राख कर सकती है. अंतरिक्ष में इस अदभुत चीज को सबसे पहले स्काई ऑटोमेटेड सर्वे ऑफ सुपरनोवा (ASAS-SN) ने देखा है. बता दें कि इस नेटवर्क ने अभी तक 250 से भी ज्यादा सुपरनोवा को ढूंढ निकाला है. फिलहाल वैज्ञानिक इसके बारे में ज्‍यादा से ज्‍यादा जानकारी जुटाने में लगे हैं.

(‘डाउन-टू-अर्थ‘ पत्रिका से साभार)

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