प्रतीति पांडे

विज्ञान हमारी सोच से भी कहीं आगे है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दुनिया के सामने नमक के दाने जितने साइज़ का कैमरा रखा है, जो चकाचक तस्वीरें खींचता है.

विज्ञान की कई चीज़ें हमें असलियत के बजाय चमत्कार जैसी लगती हैं. हालांकि इसके लिए वैज्ञानिकों की बेतहाशा मेहनत और तेज़ दिमाग काम करता है, तब जाकर ऐसी चीज़ें हमें मिल पाती हैं. कुछ ऐसी ही एक डिवाइस अमेरिका के वैज्ञानिकों ने तैयार की है. ये डिवाइस है- एक माइक्रोस्कोपिक कैमरा, जो इतना छोटा है कि हाथ पर रखने के बाद भी आसानी से नहीं दिखेगा.

 

अगर साधारण भाषा में कहें तो ये सिर्फ नमक के एक दाने के साइज़ का है. हालांकि ये अपने आकार से कई हज़ार गुना ज्यादा बड़ी तस्वीरें खींच सकता है. कैमरे का साइज़ सिर्फ आधा मिलीमीटर का है और ये कांच से बना हुआ है. आप सोच रहे होंगे कि भला इतने छोटे कैमरे से काम क्या होगा? तो चलिए बताते हैं आपको इसके बारे में पूरी डिटेल्स.

साइज़ पर मत जाइए, कमाल है ये कैमरा
कैमरे के साइज़ पर आप मत जाइए क्योंकि ये दिखता छोटा है, पर काम बड़े करता है. Princeton University और University of Washington के रिसर्चर्स ने मिलकर इसे बनाया है और दावा है कि ये 5 लाख गुना बड़ी तस्वीरें कैप्चर कर सकता है. इस कैमरे से सबसे ज्यादा फायदा मेडिकल के क्षेत्र में होने वाला है क्योंकि छोटे से कैमरे से शरीर के अंदर की चीज़ें देखने में डॉक्टर्स को काफी आसानी होगी. इसके आस-पास की चीज़ों को सुपर स्मॉल रोबोट्स सेंस भी कर सकेंगे और डॉक्टरों को स्टडी में मदद मिल सकेगी. इसे वैज्ञानिक इथान सेंग ने तैयार किया है, जिनका कहना है कि इसमें 1.6 मिलियन सिलिंड्रिकल पोस्ट हैं.

क्वालिटी ऐसी कि पूछिए ही मत
कैमरा भले ही छोटा है, लेकिन तस्वीरें वाइड एंगल खिंच सकती हैं और क्वॉलिटी भी बहुत अच्छी होगी. अब तक के माइक्रो कैमरों में तस्वीरों के किनारे धुंधले हो जाते थे और रंगों में भी दिक्कत होती थी लेकिन इस छोटे से कैमरे में ये समस्या नहीं होगी. ये नेचुरल लाइट में बेहतरीन काम करेगा और लेज़र लाइट में भी ज्यादा से ज्यादा गुणवत्ता वाली तस्वीरें दे सकेगा. इसे 120 डिग्री फील्ड व्यू मिलेगा और एक्सटेंडेड फोकस रेंज 3 मिलीमीटर से 30 मिलीमीटर तक होगी. इससे 30 फ्रेम/ सेकंड रिकॉर्ड हो सकेंगे.

      (‘न्यूज़ 18 हिंदी’ के साभार )

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