IMA ने चेताया है कि कोरोना की तीसरी लहर करीब ही है. संस्था ने इस मुश्किल वक्त पर देश के विभिन्ने स्थानों में अधिकारियों और लोगों द्वारा कोरोना मामले में बरते जा रहे आत्मसंतोष (Complacency) पर नाराजगी और दुख जताया है.
देश के डॉक्टरों की शीर्ष संस्था, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्र और राज्य सरकारों से कोविड के खिलाफ जंग में कोई ‘ढिलाई’ नहीं बरतने की अपील की है. संस्था ने चेताया है कि कोरोना की तीसरी लहर करीब ही है. संस्था ने इस मुश्किल वक्त पर देश के विभिन्न स्थानों पर अधिकारियों और लोगों द्वारा कोरोना मामले में बरते जा रहे ‘आत्मसंतोष’ (Complacency) पर नाराजगी और दुख जताया है.
आईएमए ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मेडिकल बिरादरी और राजनीतिक नेतृत्व के तमाम प्रयासों की बदौलत ही देश कोरोना महामारी की घातक दूसरी लहर से उबर पाया है, ऐसे में हमें ‘लापरवाह’ नहीं होना चाहिए. IMA की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘उपलब्ध वैश्विक साक्ष्यों और किसी भी महामारी के इतिहास को देखते हुए कहा जा सकता है कि तीसरी लहर अपरिहार्य और करीब है. हालांकि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में ज्यादातर हिस्सों में सरकार और लोग, ‘आत्मसंतुष्ट’ (complacent) हो गए हैं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए गए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो रहे हैं.’
खुफिया विभाग की होगी अब कोरोना पर नज़र, लापरवाही की नहीं होगी छूट
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘पर्यटन, धार्मिक यात्राएं और धार्मिक समारोह जरूरी हैं लेकिन इसके लिए कुछ माह इंतजार किया जा सकता है. इन स्थलों को खोलना और टीकाकरण के बगैर ही लोगों का वहां बड़ी पैमाने पर एकत्रित होना कोरोना की तीसरी लहर के फैलने का कारण बन सकता है.’आईएमए की ओर से कहा गया है कि इस अहम मोड़ पर हमें अगले दो-तीन माह तक कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहिए.
बिना टीके के बेरोकटोक घूमने से रफ्तार पकड़ेगी तीसरी लहर
आईएमए ने कहा, जिस तरह आयोजनों को छूट दी गई है और लोगों को टीकाकरण के बिना भी बेरोकटोक बड़ी संख्या में इकट्ठे होने दिया जा रहा है। यह असल में तीसरी लहर को गति देगा। पर्यटन स्थलों पर जुटी लोगों की भीड़ में कोरोना नियमों का पालन असंभव होता दिख रहा है। यही लोग संक्रमण को पैर पसारने में मदद करेंगे और तीसरी लहर को रफ्तार देेंगे। आईएमए ने राज्यों से स्थिति की गंभीरता को समझते हुए भीड़ जुटने से रोकने की अपील की है।
हर किसी को समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी
डॉक्टरों की संस्था ने कहा, कोरोना के एक मरीज के इलाज के परिणाम व अर्थव्यवस्था पर इसका असर निश्चित रूप से इस तरह के आयोजनों व सामूहिक समारोहों को रोकने से होने वाले नुकसान से बेहतर होगा। यह हर किसी की निजी जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि कम से कम तीन महीने तक कोरोना सम्मत व्यवहार का कड़ाई से पालन किया जाए।
सरकार पर्यटकों को रोकना नहीं चाहती मगर नियमों का पालन करें: रेड्डी
‘सरकार पर्यटकों पर कोई रोक नहीं लगाना चाहती है, मगर पर्यटकों को भी कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। महामारी को मात देने के लिए हर किसी को कोरोना योद्धा बनना होगा। इसलिए सभी को सावधानी बरतनी होगी। – जी किशन रेड्डी, पर्यटन मंत्री