विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के एक नए XE वेरिएंट के बारे में चेतावनी जारी की है। माना जाता है कि यह नया XE वेरिएंट, ओमाइक्रोन सबवेरिएंट के दो पिछले वर्जन – BA.1 और BA.2 का कॉम्बिनेशन होगा। यह कोरोना वायरस का एक रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है, जो अब चिंता का विषय बना हुआ है। डब्ल्यूएचओ ने एक रिपोर्ट में कहा कि XE वेरिएंट का पहली बार यूनाइटेड किंगडम में 19 जनवरी को पता चला था।
क्या देश में कोरोना एक बार फिर से चौथी लहर के साथ लौट रहा है, यह सवाल हम सबको परेशान कर रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि अबतक कोरोना वायरस के मिले ओमिक्रॉन, डेल्टा, बीए.2 से बहुत अलग और अधिक ताकतवर सबसे अधिक तेजी से फैलने वाला XE वैरिएंट यहां पहुंच गया है। गुजरात में 89%, हरियाणा में 50% और दिल्ली में 26% तक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19 XE Variant) के मामले महज एक सप्ताह में बढ़े हैं। हालांकि, कोरोना से होने वाली मौतें कम हुई हैं। इधर एशिया और यूरोप समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना की चौथी लहर आने की पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने की है। संगठन की ओर से सख्त चेतावनी जारी की गई है।
COVID-19 XE Variant मिलने से हड़कंप
कोरोना के नए वैरिएंट XE ने भारत के 2 राज्यों (गुजरात और मुंबई) में दस्तक दे दी है। इधर, मुंबई में एक बार फिर से XE वैरिएंट से संक्रमित शख्स मिलने का दावा किया गया है, तो उधर गुजरात में भी एक शख्स की रिपोर्ट XE संक्रमण के लिए पॉजिटिव आई है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक COVID-19 का यह नया वैरिएंट XE काफी संक्रामक है और काफी तेजी से फैलता है। महाराष्ट्र और गुजरात में XE वैरिएंट के नए मामले मिलने के बाद देशभर के लोगों में कोरोना की चौथी लहर आने की चिंता बढ़ने लगी है। WHO ने XE वैरिएंट को कोरोना के BA.2 वैरिएंट से 10 गुणा से ज्यादा संक्रामक बताया है।
XE वैरिएंट भारत में ला सकता है कोरोना की चौथी लहर
भारत के कई राज्यों में XE वैरिएंट के कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद सरकार अलर्ट है। ताजा हालात को देखते हुए ऐसी संभावना बन रही है कि XE वैरिएंट COVID-19 चौथी लहर ला सकता है। XE India अत्यधिक तेजी से फैलने वाला और संक्रामक है। बता दें कि IIT कानपुर की टीम ने पहले ही जून 2022 में भारत में कोरोना की चौथी लहर (COVID-19 XE Variant) आने की भविष्यवाणी की है। इसमें कहा गया है कि कोरोना की चौथी लहर जून में आने के बाद अगले 4 महीने तक जारी रहेगी। अगस्त 2022 में कोरोना की चौथी लहर पीक पर रहेगी। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े पैमाने पर कोरोना टीकाकरण के बाद खतरा कम है।
ये हैं COVID-19 के XE वैरिएंट के लक्षण
डॉक्टरों के मुताबिक XE हाइब्रिड स्ट्रेन है। ओमिक्रॉन वैरिएंट से XE में आसानी से अंतर नहीं किया सकता। नया वैरिएंट XE के ज्यादातर लक्षण ओमिक्रॉन के लक्षणों के समान हैं। XE से संक्रमित मरीजों में आमतौर पर हल्का बुखार, सुस्ती-थकान, शरीर-सिर में दर्द और घबराहट-बेचैनी होती है। हालांकि, यह बहुत गंभीर रूप से नहीं उभरता है। XE वैरिएंट का पता करीब तीन महीने पहले लगाया गया है। जबकि यह ओमिक्रॉन की तरह अभी पूरी दुनिया में नहीं फैला है। विशेषज्ञ XE को बहुत अलग वैरिएंट नहीं बल्कि ओमिक्रॉन के ही समान ही मान रहे हैं।
XE वैरिएंट के खास लक्षण
- थकान (Fatigue)
- सुस्ती (Lethargy)
- बुखार (Fever)
- सिरदर्द (Headache)
- शरीर में दर्द (Body pain)
- घबराहट (Palpitations)
- हार्ट संबंधी समस्याएं (Heart issues)
ये हैं XE वैरिएंट के लिए सावधानियां
WHO के मुताबिक XE वैरिएंट ओमिक्रॉन या डेल्टा वैरिएंट की तरह खतरनाक नहीं है। जबकि भारत की अधिकतम आबादी वैक्सीनेटेड हो चुकी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि XE वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को पहले के मुकाबले जान की क्षति कम होगी। हालांकि, XE वैरिएंट से अधिक सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए पिछले 2 साल से जो सावधानियां रखी जा रही हैं, उन्हें अपनाए रखना चाहिए। मास्क को अनिवार्य रूप से पहनना जारी रखना चाहिए। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। अपनी सेहत और इम्यूनिटी बढ़ाने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज भी लगवा लेना चाहिए।