केजीएमयू के नशा मुक्ति केंद्र में रजिस्टर्ड स्मोकर्स के फॉलोअप में एक बड़ा खुलासा हुआ है। ताजा रिपोर्ट की मानें तो 30% लोगों ने वर्कफ्रॉम होम के दौरान सिगरेट से किनारा कर लिया है। माना जा रहा है कि इसमें सबसे अधिक सहायक परिवार का दबाव रहा। धूम्रपान करना इतनी बुरी आदत है कि यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक, लंग कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकती है. धूम्रपान की लत छोड़ने के लिए लोग काफी मेहनत करते हैं, लेकिन छोड़ नहीं पाते हैं. स्मोकिंग छोड़ने वालों को प्रेरित करने के लिए 9 मार्च को ‘नो स्मोकिंग डे’ (No Smoking Day 2022) मनाया जा रहा है.
केजीएमयू के प्रो. सूर्यकांत ने बताया कि कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने वाले लोग कई बार ग्रुप में स्मोकिंग करते हैं। तमाम लोग दूसरों को देखकर सिगरेट पीने लगते हैं। घर पर रहने के दौरान दोनों ही चीजें नहीं होतीं। इसके साथ ही कई लोगों ने बताया कि घर में पत्नी और बच्चों के सामने सिगरेट नहीं पीते। इसी प्रकार तमाम लोग इलाके में भी दुकान पर खड़े होकर सिगरेट नहीं पीते हैं। ऐसे में लंबे समय तक वर्कफ्रॉम होम के दौरान सिगरेट से दूर हो गए। इनमें से तमाम लोगों ने सामान्य रूप से ऑफिस खुलने के बाद भी सिगरेट से दूरी बनाए रखी।
35% युवा पैसिव स्मोकिंग के शिकार
डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि सीधे स्मोकिंग करने से ज्यादा युवा दूसरों के स्मोकिंग करने से प्रभावित हो रहे हैं। शहर में लगभग 13 फीसदी युवा स्मोकिंग करते हैं, जबकि 35 फीसदी ऐसे हैं जो पैसिव स्मोकिंग यानी दूसरों के स्मोकिंग करने के दौरान धुआं फेफड़ों में जाने से प्रभावित हो रहे हैं। स्मोकिंग करने वालों के फेफड़ों में 30 फीसदी धुआं ही जाता है। उन्होंने बताया कि स्मोकिंग से 40 तरह के कैंसर सहित 25 अन्य घातक बीमारियां हो सकती हैं।
क्या है ‘नो स्मोकिंग डे’ का इतिहास
नो स्मोकिंग डे को पहली बार साल 1984 में रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड में मनाया गया. इसे एश वेडनेस्डे के दिन मनाया गया था, ताकि लोगों को स्मोकिंग के दुष्प्रभावों के बारे में बताया जा सके और स्मोकिंग छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा सके. हालांकि बाद में इसे हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को मनाने का फैसला किया गया.
महत्व और इस साल की थीम
1920 के बाद स्मोकिंग करने के दुष्प्रभावों के बारे में खूब जोरों से जानकारी दी गई. क्योंकि, सिगरेट-बीड़ी-तंबाकू के सेवन को कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण पाया गया. तभी से लोगों को धूम्रपान के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए ‘नो स्मोकिंग डे’ मनाने का फैसला लिया गया. हर साल नो स्मोकिंग डे की एक थीम निर्धारित की जाती है. पिछले साल नो स्मोकिंग डे की थीम ‘Break Free’ और ‘Time to quit’ रखी गई थी. लेकिन, 2022 में नो स्मोकिंग डे की थीम (No Smoking Day 2022 Theme) ‘Quit Your Way’ रखी गई है.
धूम्रपान की लत कैसे छोड़ें?
- लोगों को बताएं कि आप स्मोकिंग छोड़ रहे हैं, जिससे वह आपको इसे करने से रोकेंगे.
- स्मोकिंग करने वाले लोगों से थोड़े समय के लिए दूरी बना लें.
- निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और नॉन-निकोटीन दवाओं का इस्तेमाल करें.
- धूम्रपान की इच्छा को दूर करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें.
- जब भी स्मोकिंग करने का मन करे, तो खूब सारा पानी पीएं और खुद को व्यस्त कर लें.