अमित उपाध्याय

कैल्शियम सिर्फ हड्डियों के लिए ही जरूरी नहीं होता है, बल्कि इसकी कमी होने पर ब्रेन फॉग जैसी कंडीशन पैदा हो सकती है. लंबे समय तक कैल्शियम की कमी ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी की वजह बन सकती है.

अधिकतर लोगों को लगता है कि कैल्शियम हड्डियों के लिए जरूरी होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. कैल्शियम हड्डियों से लेकर ब्रेन तक काम करता है और सेहत को दुरुस्त बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कैल्शियम की कमी का खतरा पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को ज्यादा होता है. अब सवाल है कि क्या होगा अगर किसी व्यक्ति के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए. क्या इससे हड्डियों के अलावा अन्य अंगों पर भी असर देखने को मिलेगा. चलिए इस बारे में रोचक तथ्य जान लेते हैं.

मेडिकल न्यूज़ टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक हमारे शरीर का अधिकतर कैल्शियम हड्डियों में होता है, लेकिन ब्लड में भी कैल्शियम की सही मात्रा होना बेहद जरूरी है. जब किसी व्यक्ति के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तब इस कंडीशन को मेडिकल की भाषा में हाइपोकैल्सीमिया कहा जाता है. यह एक खतरनाक कंडीशन होती है, क्योंकि इसकी वजह से लोगों को कई गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती हैं. आमतौर पर कैल्शियम खाने-पीने की चीजों से मिलता है, लेकिन कई बार खाने-पीने से पर्याप्त कैल्शियम न मिलने पर डॉक्टर इसके सप्लीमेंट्स भी देते हैं. इससे कैल्शियम लेवल ठीक रहता है.

अब सवाल है कि क्या होगा अगर शरीर में कैल्शियम की भारी कमी हो जाए? इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि कैल्शियम की कमी होने पर मसल्स में दर्द, अत्यधिक थकान, नाखून और बाल कमजोर होना, हड्डियों में दर्द और ब्रेन फॉग जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं. लंबे समय तक कैल्शियम की कमी होने पर लोगों को चक्कर आने लगते हैं और हड्डियों से जुड़ी बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस हो सकती है. यह एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण लोगों का शरीर बेहद कमजोर हो जाता है और उन्हें चलने-फिरने में भी परेशानी आने लगती है. इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है.

अगर कैल्शियम की कमी हो जाए, तो इसे कैसे पूरा करें? कैल्शियम की कमी पूरा करने के लिए दूध, दही, पनीर, योगर्ट, छाछ समेत सभी डेयरी प्रोडक्ट का जमकर सेवन करना चाहिए. दूध को कैल्शियम का अच्छा सोर्स माना जाता है. इसके अलावा हरी सब्जियां, फलियां, दाल, बादाम, चिया सीड्स, तिल के बीज, पॉपी सीड्स समेत कई वेजिटेरियन चीजों में भरपूर कैल्शियम होता है.

जो लोग नॉन-वेजिटेरियन हैं, वे कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए सैल्मन मछली, झींगा मछली और सीफूड्स का सेवन कर सकते हैं. कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं.

        (‘न्यूज़ 18 हिंदी’ से साभार )

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