दयानिधि

मुंह के रोगों में दांत क्षय या गुहा, मसूड़ों की बीमारी, दांतों का गिरना, मुंह का कैंसर, नोमा और जन्म दोष शामिल हैं, जो मुंह, दांतों और चेहरे की संरचनाओं को प्रभावित करते हैं जो खाने, सांस लेने और बोलने के लिए जरूरी हैं।

दुनिया भर में मुंह से संबंधित बीमारियां बढ़ने से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चिंता बढ़ गई है। संगठन ने एक विश्व स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में 110 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे और वैश्विक रणनीति तैयार करेंगे, ताकि इन बीमारियों को काबू किया जा सके।

मुंह की बीमारियां दुनिया भर में सबसे आम गैर-संचारी रोग (एनसीडी) हैं, जो लगभग 3.5 अरब लोगों पर असर डालते हैं। ओरल स्वास्थ्य को अक्सर केवल दांतों तक सीमित माना जाता है, जिससे इसके व्यापक महत्व को अनदेखा कर दिया जाता है।

मुंह के रोगों में दांत क्षय या गुहा, मसूड़ों की बीमारी, दांतों का गिरना, मुंह का कैंसर, नोमा और जन्म दोष शामिल हैं, जो मुंह, दांतों और चेहरे की संरचनाओं को प्रभावित करते हैं जो खाने, सांस लेने और बोलने के लिए जरूरी हैं।

प्रेस को जारी एक बयान में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा, “मुंह का स्वस्थ होना खुशहाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, फिर भी लाखों लोगों को अपने मुंह के स्वास्थ्य की रक्षा और उसे बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सेवाओं तक पहुंच नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “डब्ल्यूएचओ सभी देशों से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की दिशा में अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में रोकथाम को प्राथमिकता देने और मुंह संबंधी सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच का विस्तार करने का आह्वान करता है।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि थाईलैंड सरकार द्वारा आयोजित यह अनोखा कार्यक्रम 2025 में एनसीडी पर चौथी संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय बैठक (एनसीडी पर चौथा यूएन एचएलएम) की तैयारी प्रक्रिया का हिस्सा है। इसका उद्देश्य यूएचसी की दिशा में प्रगति में तेजी लाना, सदस्य राज्यों द्वारा की गई राजनीतिक प्रतिबद्धताओं की पुष्टि करना और मुंह के स्वास्थ्य 2023-2030 पर वैश्विक रणनीति और कार्य योजना के कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है।

बैठक के मुख्य निष्कर्ष मुंह संबंधी स्वास्थ्य पर बैंकॉक घोषणा- 2025 में एनसीडी पर चौथे यूएन एचएलएम के लिए डब्ल्यूएचओ महानिदेशक की रिपोर्ट को शामिल करेगा, जिससे भविष्य के वैश्विक एनसीडी एजेंडे में मुंह के रोगों की बेहतर पहचान करना सुनिश्चित होगा।

रिपोर्ट के मुताबिक, घोषणापत्र में मुंह के स्वास्थ्य को एक मौलिक मानव अधिकार के रूप में गारंटी देने का प्रयास किया गया है। यह इस बात की मान्यता देता है कि मुंह के स्वास्थ्य की सस्ती देखभाल तक पहुंच में सुधार प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और यूएचसी पैकेजों में इसे जोड़े बिना हासिल नहीं किया जा सकता है।

रिपोर्ट के हवाले से यह उम्मीद जताई गई है कि मुंह संबंधी स्वास्थ्य पर एक नए वैश्विक गठबंधन की घोषणा की जाएगी, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में मुंह के स्वास्थ्य पहलों की पहुंच और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए साझेदारी को बढ़ावा देना है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ की पहली वैश्विक ओरल स्वास्थ्य बैठक में सदस्य देशों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, परोपकारी संस्थाओं, सिविल सोसाइटी और मुंह के स्वास्थ्य, एनसीडी और यूएचसी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित अन्य काम करने वाले लोगों के प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं।

       (‘डाउन-टू-अर्थ’ से साभार )

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