प्रिया गौतम
लड़कियों के लिए घोषित की गई एचपीवी वैक्सीन सिर्फ सर्वाइकल कैंसर का नहीं बल्कि 8 प्रकार के अन्य खतरनाक कैंसर से भी लड़कियों को बचाएगी. केंद्र सरकार 9 से 14 साल की लड़कियों को यह टीका फ्री में लगाने जा रही है. डॉ. से जानें कौन-कौन से कैंसर से होगा बचाव.
लोकसभा चुनाव से पहले जारी केंद्र सरकार के अंतरिम बजट में हेल्थ को लेकर बड़ी घोषणा की गई है. बजट में 9 से 14 साल की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए मुफ्त एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine) लगाने का ऐलान हुआ है. हालांकि इससे भी अच्छी बात एक और है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाई गई सर्वावैक वैक्सीन महिलाओं और लड़कियों का सिर्फ सर्वाइकल कैंसर से नहीं बल्कि ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वजह से होने वाले 8 तरह के खतरनाक कैंसर से बचाव करेगी.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से सर्वावैक को लेकर पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी के अनुसार यह वैक्सीन ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के चार सीरोटाइप्स पर काम करेगी. ये हैं 6, 11, 16 और 18. जहां 16 और 18 लड़कियों और महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर, वल्वा और वैजिना के कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं वहीं पुरुषों में यह पेनाइल कैंसर पैदा करता है. इसके अलावा सीरोटाइप 6 और 11 महिला और पुरुष दोनों के लिंग में मस्से के लिए भी जिम्मेदार है.
HPV से संबंधित ये होते हैं 8 प्रकार के कैंसर
1. सर्वाइकल कैंसर (बच्चेदानी के मुंह का कैंसर)
2. अनल कैंसर (गुदा या मलाशय का कैंसर)
3. वल्वा कैंसर (जननांग की बाहरी सतह का कैंसर)
4. वैजिनल कैंसर (योनि का कैंसर)
5. पेनाइल कैंसर (पुरुषों के लिंग में कैंसर)
6. ओरल कैविटी कैंसर (मुंह का कैंसर)
7. ऑरोफरींजियल कैंसर (गले का कैंसर)
8. लैरिंगियल कैंसर (वॉइस बॉक्स में कैंसर)
मारेंगो एशिया अस्पताल फरीदाबाद में एचओडी, ऑन्कोलॉजी डॉ. सनी जैन बताते हैं कि एचपीवी यानि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस एक छोटा डीएनए वायरस है जिसके लगभग 40 प्रकार या सीरोटाइप्स सीधे यौन संपर्क के माध्यम से फैलते हैं. हालांकि एचपीवी सिर्फ महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी कैंसर पैदा करने के लिए बराबर जिम्मेदार है.
जहां लड़कियों और महिलाओं को एचपीवी की वजह से सबसे ज्यादा सर्वाइकल होता है. वहीं पुरुषों में यह उनके लिंग यानि पेनिस के कैंसर के अलावा अनल यानि गुदा का कैंसर और कई प्रकार के ऑरोफरींजियल कैंसर जैसे टॉन्सिल, तालू, ग्रसनी और जीभ के एक तिहाई हिस्से के कैंसर के लिए जिम्मेदार है. इसके अलावा ह्यूमन पेपिलोमा वायरस की वजह से महिलाओं में वुल्वा यानि योनि के ऊपर सतह पर कैंसर, योनि कैंसर के भी मामले सामने आते हैं.
डॉ. जैन कहते हैं कि भारत में दो प्रकार के टीके उपलब्ध हैं. पहला क्वाड्रिवेलेंट वैक्सीन गार्डासिल और दूसरा है बिवेलेंट वैक्सीन सर्वारिक्स. गार्डासिल एचपीवी सीरोटाइप 16, 18, 6 और 11 के खिलाफ निवारक है और सर्वारिक्स एचपीवी 16 और 18 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी बिवेलेंट टीका है. साथ ही कुछ अन्य एचपीवी प्रकारों विशेष रूप से एचपीवी 45 के खिलाफ भी क्रॉस-प्रोटेक्शन देता है जो महिलाओं में एडेनोकार्सिनोमा के लिए जिम्मेदार है. जो सबसे बड़ी बात है वह यह है कि एचपीवी टीका पुरुषों और महिलाओं दोनों को कई प्रकार के खतरनाक कैंसर से बचाता है.
(‘न्यूज़ 18 हिंदी’ से साभार )