अमित उपाध्याय

ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों से जुड़ी एक बीमारी है, जो बेहद खतरनाक होती है. एक बार अगर किसी को यह बीमारी हो जाए, तो इसे पूरी तरह ठीक करना संभव नहीं है. खास बात यह है कि हड्डियों की इस बीमारी का खतरा महिलाओं को सबसे ज्यादा होती है.

हड्डियों से जुड़ी समस्या लगातार बढ़ती जा रही हैं और आज के दौर में कम उम्र के लोगों की हड्डियां भी तेजी से कमजोर हो रही हैं. हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर डाइट लेने की भी जरूरत होती है. कई लोगों की हड्डियां कमजोर होती हैं और थोड़ी सी चोट लगने पर फ्रैक्चर हो जाता है. ऐसा अक्सर ज्यादा उम्र के लोगों में होता है लेकिन आजकल युवा भी इस परेशानी का शिकार हो रहे हैं. हड्डियों की इस बीमारी को ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं. आज डॉक्टर से जानेंगे कि यह बीमारी क्या है और इसकी क्या वजह है.

लखनऊ के अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल के क्लीनिकल इम्यूनोलॉजी एंड रूमेटोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. चिराग राज कुमार कोप के मुताबिक ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है. इस बीमारी में व्यक्ति की बोन मास डेंसिटी (BMD) कम हो जाती है, जिसके कारण हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं और उनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है. यह बीमारी हड्डियों को इतना कमज़ोर बना देती है कि हल्के से झटके या गिरने से भी हड्डी में फ्रैक्चर हो सकता है. ऑस्टियोपोरोसिस संबंधी फ्रैक्चर ज़्यादातर कूल्हे, कलाई या रीढ़ की हड्डी में होते हैं. इस बीमारी की वजह से आम गतिविधियों के दौरान भी हड्डी में फ्रैक्चर हो सकता है. ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी महिला व पुरुषों दोनों को प्रभावित करती है, लेकिन एशियाई महिलाओं को यह होने की ज़्यादा आशंका होती है. खासतौर से मेनोपोज के बाद फीमेल्स को खतरा ज्यादा होता है.

किन वजहों से होती है ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी?

डॉ. चिराग के अनुसार ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में अधिक होती है, लेकिन अब यह पुरुषों के साथ कम उम्र के लोगों को भी होने लगी है. ऑस्टियोपोरोसिस डिजीज कैल्शियम की कमी के कारण होती है. महिलाओं में एस्ट्रोजन बीएमडी लेवल को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मेनोपोज के बाद शरीर में एस्ट्रोजन लेवल कम होने से बीएमडी में तेजी से गिरावट आती है. इसकी वजह से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ जाता है. बदलती लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतें, जेनेटिक कारण और एक्सरसाइज की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी हो सकती है. इसके अलावा सीलिएक रोग, किडनी-लिवर की बीमारी व कैंसर से ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका बढ़ जाती है.

ये भी हो सकती हैं वजह

फिजिकल इनएक्टिविटी
अत्यधिक स्मोकिंग करना
अधिक शराब का सेवन
वजन तेजी से कम होना
रूमेटाइड अर्थराइटिस
कुछ दवाओं का सेवन

कैसे करें इस बीमारी से बचाव?

डॉक्टर के मुताबिक ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करने के लिए पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी लें, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं, हरी पत्तेदार सब्जियां और कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ लें. इसके अलावा आपको विटामिन डी सप्लीमेंट या डेली मल्टीविटामिन लेने की भी आवश्यकता हो सकती है. नियमित रूप से वजन उठाने वाले व्यायाम करें. स्मोकिंग और शराब से दूरी बनाएं. अगर आप एक महिला हैं और आपको हाल ही में मेनोपोज हुआ है, तो ऑस्टियोपोरोसिस की जांच के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें. अपने चिकित्सक से सलाह लेकर हड्डियों की मज़बूती के लिए सही दवाएं लें.

      (‘न्यूज़ 18 हिंदी’ के साभार )

 

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