फादर्स डे 15 जून, 2025 रविवार को मनाया जाएगा. पिता अपने बच्चों के हीरो होते हैं. बच्चे का भविष्य सुंदर बनाने के लिए वो हर काम करते हैं जिससे बच्चे का जीवन सुधर सके और वो एक अच्छा इंसान बन सके. जानते हैं वो जीवन के कौन-से मंत्र हैं जो हर पिता अपने बच्चों को बताता है.

पिता अपने बच्चों के लिए भगवान के समान होते हैं. पिता हर वो चीज अपने बच्चों के सुंदर भविष्य के लिए करते हैं जो उनके जीवन को शानदार बना सके, उनको एक अच्छा इंसान बना सके. इस फादर्स डे जानते हैं जीवन और धर्म से जुड़े वो ज्ञान की बातें जो पिता अपने बच्चों को सिखाता है और उनको जिम्मेदार बनता है. हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे या पितृ दिवस मनाया जाता है. इस दिन को बच्चे अपने पिता के साथ मनाते हैं, उनको विश करते हैं और जीवन में जो कुछ भी उन्होंने हमारे लिया किया और करते हैं उसके लिए अभार व्यक्त करते हैं.

क्यों मनाया जाता है फादर्स डे?

आज की भागदौड़ भरी दुनिया में अक्सर हम उन लोगों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो हमारे पीछे खड़े होकर हमारी लड़ाइयों को अपनी चुप्पी से ताकत देते हैं। जी हां, फादर्स डे एक मौका है उस साइलेंट सपोर्ट को महसूस करने का। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह दिन सिर्फ बायोलॉजिकल फादर के लिए नहीं है, बल्कि उन सभी के लिए है जो किसी की जिंदगी में पिता का स्थान निभाते हैं- दादा, मामा, बड़े भाई, शिक्षक या कोई मार्गदर्शक। यह उनके प्रेम, परवाह और सपोर्ट का सम्मान करने का दिन है।

कैसे हुई फादर्स डे की शुरुआत?

आपको जानकर हैरानी होगी कि फादर्स डे मनाने की शुरुआत एक संवेदनशील भावना के साथ हुई थी। साल 1908 में अमेरिका के वेस्ट वर्जीनिया में पहला फादर्स डे मनाया गया था। बता दें, यह एक दुखद कोयला खदान विस्फोट के बाद हुआ था जिसमें 361 पुरुष मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर पिता थे। एक स्थानीय चर्च ने उन लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया। हालांकि, यह प्रथा आगे नहीं बढ़ी और इसने कोई राष्ट्रीय चलन शुरू नहीं किया।

ऐसे में, पिता दिवस को मुख्यधारा में लाने का श्रेय वाशिंगटन राज्य की सोनोरा स्मार्ट डोड को जाता है। मदर्स डे से प्रेरित होकर, सोनोरा अपने पिता, विलियम जैक्सन स्मार्ट को सम्मानित करना चाहती थीं। बता दें, उनके पिता ने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद छह बच्चों की अकेले परवरिश की थी। सोनोरा को लगा कि जैसे माताओं के लिए मदर्स डे है, वैसे ही पिताओं के लिए भी एक दिन होना चाहिए। उन्होंने जून के महीने में अपने पिता के जन्मदिन पर यह दिन मनाने का प्रस्ताव रखा और इस तरह 19 जून 1910 में पहली बार फादर्स डे मनाया गया।

मेहनती

हर पिता अपने बच्चों को मेहनती बनना चाहता है. जिसके लिए वो अपने बच्चे को बच्चपन से ही इसकी सीख देता है. सीख केवल बच्चे को कह नहीं बल्कि पिता अपने कर्मों से बच्चों को बताते हैं.

जिम्मेदार

पिता हमेशा यह चाहते हैं कि उनका बच्चा एक जिम्मेदार इंसान बने. जीवन में आने वाली हर जिम्मेदारी को बखुबी निभाएं और जीवन में एक जिम्मेगार बेटा, जिम्मेदार पति, जिम्मेदार पिता बने, जिसकी मिसाल दुनिया दे.

निडरता

मेरे पापा मेरे हीरो हैं. हर बच्चा यह जानते हैं. एक पिता अपने बच्चे को हर डर, हर कष्ट से लड़ना सिखता है. पिता वो है जो अपने बच्चे के लिए हर जंग को लड़ने के लिए तैयार होता है उनका यह निडर स्वाभाव अपने बच्चे के भविष्य को निडर बनाने के लिए काफी है.

महिलाओं का सम्मान

पिता अपने बच्चों को जीवन में महिलाओं , बहनों और माताओं का सम्मान करना सिखाता है. हमें महिलाओं के प्रति समानता और सम्मान का भाव रखा चाहिए. हर पिता अपने बच्चों को इस बात की सीख देता है, ताकि बड़े होकर जब समाज में जाए तो हर कदम पर खरा उतरे.

साल 2025 में कब है फादर्स डे?

इस साल फादर्स डे 15 जून, रविवार को मनाया जाएगा। यह तारीख हर साल बदलती है क्योंकि यह जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है, किसी एक तय दिन पर नहीं। बता दें, भारत, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे कई देशों में इसे एक साथ मनाया जाता है। यह दिन गिफ्ट्स और इवेंट्स से ज्यादा, पिता को लेकर अपनी फीलिंग्स को जाहिर करने का मौका होता है।

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