दुनियाभर में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron ) के कारण दहशत का माहौल है। दक्षिण अफ्रीका से लेकर ब्रिटेन तक में ओमीक्रोन के नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच, भारत में जनवरी-फरवरी में इस नए वेरिएंट के मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि ओमीक्रोन के मामले में इस दौरान डेल्टा वेरिएंट से भी तेजी से फैल सकते हैं।

देश में एक तरफ ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं तो वहीं अब कहा जा रहा है कि जल्द ही देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है और इसके लिए नया वेरिएंट ओमीक्रोन जिम्मेदार होगा. आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के रिसर्चरों ने अपनी नई स्टडी में बताया है कि , 3 फरवरी को कोरोना के केसेज पीक पर होंगे. आईआईटी कानपुर के शोधकर्ताओं की एक टीम के नेतृत्व ने अपनी स्टडी में महामारी की पहली दो लहरों के डेटा का इस्तेमाल करके तीसरी लहर का पूर्वानुमान लगाया है. ‘दुनिया भर के ट्रेंड को देखते हुए यह प्रोजेक्ट रिपोर्ट भारत में दिसंबर मध्य से तीसरी लहर का पूर्वानुमान करती है जो कि फरवरी की शुरुआत में पीक पर होगी.

बता दें कि शोधकर्ताओं ने’ गॉजियन मिक्सचर मॉडल नाम के एक स्टेटिस्टिकल टूल का इस्तेमाल किया है. इसकी स्टडी में बताया गया है कि कोरोना की भारत में प्रारंभिक अवलोकन तिथि या (Initial Observation Date) 30 जनवरी 2020 है जब यहां कोविड-19 का पहला आधिकारिक मामला सामने आया था. इसलिए 15 दिसंबर 2021 से एक बार फिर कोरोना के केस फिर से बढ़ना शुरू हो रहे हैं और तीसरी लहर का पीक 3 फरवरी 2022 को हो सकता है.

डेल्टा से भी तेजी से फैलेगा ओमीक्रोन ?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओमीक्रोन के देश में फैलने की रफ्तार डेल्टा से ज्यादा हो सकती है। उन्होंने बताया कि जनवरी-फरवरी में ओमीक्रोन के केस बहुत तेजी से बढ़ सकते हैं। हालांकि, उन्होंने साथ ही कहा कि ओमीक्रोन का संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं (Mild)होगा।

संक्रमण तो तेज लेकिन गंभीर नहीं
अधिकारी ने बताया कि ओमीक्रोन पर किए गए स्टडी से पता चलता है कि यह अब स्थानीय बीमारी वाले स्टेज में पहुंचता दिख रहा है और इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। इस स्तर में संक्रमण तो तेजी से होगा लेकिन ये गंभीर नहीं होगा।

अबतक 77 देशों में फैला ओमीक्रोन
पूरी दुनिया में ओमीक्रोन वायरस बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि ओमीक्रोन के फैलने की रफ्तार बहुत तेज है और अबतक यह 77 देशों में फैल चुका है। संगठन ने सभी देशों से इसके प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाने की अपील की है।

देश में ओमिक्रॉन के 653 मामले
देश में ओमिक्रॉन के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. ओमिक्रॉन के मामले 650 का आंकड़ा पार कर गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक ओमिक्रॉन के 653 मामले सामने आए हैं. सबसे ज्यादा 167 मामले महाराष्ट्र और 165 मामले दिल्ली में सामने आए हैं. अब तक 186 मरीज ठीक भी हो गए हैं.
 झारखंड में डराने लगी कोरोना की रफ्तार
झारखंड में डराने लगी कोरोना की रफ्तार
झारखंड में कोरोना की रफ्तार अब डराने लगी है. 27 दिसंबर को यहां का ग्रोथ रेट राष्ट्रीय औसत से ज़्यादा दर्ज किया गया. राष्ट्रीय औसत 0.01 प्रतिशत रहा, जबकि झारखंड में ये 0.02 प्रतिशत दर्ज किया गया. राज्य में कोरोना की दूसरी लहर के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि 1 दिन में सौ से ज्यादा संक्रमित मिले हों. सोमवार को झारखंड में कोरोना के 138 नए संक्रमित मिले हैं. इतना ही नहीं पिछले कई दिनों से राज्य में कोरोना के नए केस मिलने में आयी तेजी का असर यह हुआ है कि झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार देश की औसत रफ्तार से तेज हो गयी है. 27 दिसम्बर को सबसे ज्यादा 63 नए संक्रमित कोडरमा में मिले हैं. राज्य में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 477 हो गयी है. दिसंबर में यहां पहले सप्ताह तक एक्टिव वैसे सिर्फ 93 थे जो अब बढ़कर 477 तक जा पहुंचा.

सबसे ज़्यादा मरीज़ कोडरमा, रांची और जमशेदपुर से मिल रहे हैं. कोडरमा से महारष्ट्र में मजदूरी के लिए बड़ी संख्या में मजदूर माइग्रेट करते हैं. जमशेदपुर में भी साउथ और महाराष्ट्र से वहां रहने वाले लोगो का कनेक्शन है. जबकि राजधानी रांची में डोमेस्टिक फ्लाइट से आनेवालों का अभी भी सख्ती से जांच नही हो रही है. सिर्फ 75 प्रतिशत को पहली डोज़ दी गई है जबकि 44 प्रतिशत को दूसरी डोज़ मिली है.

