पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Corona Virus)महामारी रुकने का नाम नहीं ले रही है. वहीं, अगर भारत की बात की जाए तो कोरोना यहां थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. ऐसे में खुद को कोरोना से बचाने के लिए जरूरी है कि फेफड़ों को मजबूत किया जाए, क्योंकि कोरोना सीधा फेफड़ों पर ही अटैक करता है.योगा शारीरिक और मानसिक दोनों चीजों लिए फायदेमंद है। कोरोना काल में योगा का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। महामारी और लॉकडाउन के वक्त योगा ने लोगों की शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से मदद की है। कोरोना से रिकवर हुए मरीजों और लॉकडाउन के दौरान घर में बंद मरीजों को एंजायटी और पैनिक अटैक की बहुत समस्याएं हुई हैं| 

दुनिया भर में हर साल 21 जून का दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि मानव सभ्यता की शुरुआत से ही योग किया जा रहा है. 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर साल 21 जून का दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की थी. देश और दुनिया में हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. हर साल बड़े पैमाने पर इसको लेकर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हालांकि कोरोना महामारी के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी इसे ज्यादा से ज्यादा डिजिटल, वर्चुअल और इलेक्ट्रॉनिक मंचों के माध्यम से ही कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

हर साल होती है एक नई थीम

हर साल एक नई थीम पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन होता है. साल 2015 में इसकी थीम ‘सद्भाव और शांति के लिए योग’ थी. वहीं साल 2016 में इसकी थीम थी ‘युवाओं को कनेक्ट करें’. इसके बाद 2017 में ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ को इसकी थीम रखा गया था. साल 2018 में ‘शांति के लिए योग’ की थीम पर इसका आयोजन किया गया था. इसके बाद साल 2019 में योग के साथ पर्यावरण को कनेक्ट करते हुए इसकी थीम ‘पर्यावरण के लिए योग’ रखी गई थी. कोरोना महामारी के चलते पिछले साल 2020 में इसकी थीम ‘सेहत के लिए योग – घर से योग’ रखी गई थी. वहीं इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ (योग फ़ॉर वेलनेस) है.

21 जून को इस वजह से मनाते हैं योग दिवस

बता दें कि, 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी. इसके बाद साल 2015 से इस दिन को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा. 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य सबसे ज्यादा समय तक रहता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने के पीछे ये बड़ा कारण है. इसके अलावा भारत में 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी होता है. पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस साल 2015 में मनाया गया था. प्रधानमंत्री  के योग दिवस मनाने की घोषणा के बाद राजपथ पर पीएम  की अगुवाई में 35 हजार लोगों की उपस्थिति में योग दिवस मनाया गया था.

Spread the information

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *