बहुत अधिक चीनी का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे वजन बढ़ना, डायबिटीज, कैविटी और हाई बीपी। ऐसे में लोग आमतौर पर शुगर फ्री स्वीटनर्स की ओर रुख करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अधिक स्वीटनर्स का इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारी का कारण बन सकते हैं। इसके साथ ही व्यक्ति का वजन भी बढ़ जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक ड्राफ्ट गाइडेंस में कहा गया है कि शुगर फ्री स्वीटनर को वजन कम करने, डायबिटीज और हार्ट डिजीज अथवा एक मरीज से दूसरे में फैलने वाली बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

शरीर को हेल्‍दी बनाने के लिए सभी तर‍ह के पोषक तत्‍वों की आवश्‍यकता होती है जैसे- प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और मिनरल. चीनी यानी शक्‍कर भी एक प्रकार का सिंपल कार्बोहाइड्रेट है, जो कुछ खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में स्‍वाभाविक रूप से मौजूद होता है. बहुत अधिक चीनी का सेवन करने से हेल्‍थ संबंधी कई समस्‍याएं हो सकती हैं जैसे वजन बढ़ना, डायबिटीज, कैविटी और हाई बीपी. चीनी के अत्‍यधिक सेवन से होने वाली इन बीमारियों से शरीर अंदर से कमजोर और खोखला हो जाता है. शरीर को हमेशा स्‍वस्‍थ और तंदरुस्‍त बनाए रखने के लिए जरूरी है कि चीनी का सेवन एक निश्चित मात्रा में ही किया जाए.

न्‍यूट्रिशनल वैल्‍यू की कमी
चीनी में न्‍यू‍ट्रिशनल वैल्‍यू की कमी होती है और कैलोरी अधिक होती है. चीनी को किसी भी फूड आइटम में शामिल करने से शरीर में अधिक कैलोरी की वृद्धि हो सकती है. आमतौर पर शरीर खाद्य पदार्थों को जल्‍दी पचा लेता है, जिस वजह से शरीर में बीमारियां आसानी से हो सकती हैं.

वजन बढ़ना
अधिक चीनी का सेवन करने से वजन बढ़ सकता है. चीनी भूख को नियंत्रित करने वाले बायोलॉजिकल पाथवे को प्रभावित कर सकती है. जिस वजह से भूख अधिक लगती है और लोग अधिक कैलारी का सेवन करते हैं. अधिक कैलोरी खाने से मोटापा बढ़ सकता है.

डायबिटीज
चीनी और टाइप 2 डायबिटीज के बीच सीधा संबंध है. हालांकि, चीनी डायबिटीज का कारण नहीं होती, लेकिन किसी भी प्रकार का हाई कैलोरी डाइट टाइप 2 डायबिटीज का कारण बन सकता है. कई खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक तौर पर चीनी की मात्रा होती है, जिसके सेवन से भी डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

दांतों में कैविटी
चीनी के सेवन से दांतों में सड़न की समस्‍या हो सकती है, जिससे कैविटी का विकास हो सकता है. चीनी खाने के बाद मुंह में बैक्‍टीरिया दांतों पर प्‍लाक की एक पतली परत बनाते हैं. ये बैक्‍टीरिया किसी भी खाद्य पदार्थों में मौजूद चीनी के साथ रिएक्‍ट करते हैं.

हार्ट डिजीज
हाई शुगर डाइट लेने से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ सकता है. जो लोग अधिक चीनी का सेवन करते हैं, उनकी हार्ट डिजीज से मृत्यु की संभावना सामान्‍य चीनी खाने वालों की तुलना में अधिक होती है. चीनी में अधिक कैलोरी होती है, जिस वजह से हार्ट पर प्रेशर बढ़ सकता है. चीनी का अधिक सेवन कई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स को बढ़ा सकता है. हालांकि, शरीर में चीनी की मात्रा का होना भी जरूरी है, लेकिन इसका कम सेवन किया जा सकता है.

डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर फ्री चीनी का बेहतरीन विकल्प है, पर किसी को भी इसका इस्तेमाल अधिक नहीं करना चाहिए। अगर आप शुगर फ्री की पैकिंग देखेंगे, तो उसके लेबल पर आपको एस्पार्टेम, सैकरिन, सुक्रोज और रेबियाना जैसे पदार्थों के नाम लिखे हुए दिखाई देंगे।

जिन आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को आप स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद समझकर हजम किए जा रहे हैं, वास्तव में वे चीनी से कहीं ज्यादा खतरनाक हैं। भले ही इन पदार्थों को प्राकृतिक उत्पादों के सम्मिश्रण से बनाया जाता है, लेकिन आपके मुंह तक पहुंचने से पहले ये उत्पाद किसी न किसी प्रकार की रासायनिक प्रक्रिया से भी गुजरते हैं। इसलिए इन गोलियों के अत्याधिक इस्तेमाल से बचे।

शुगर फ्री के साइड इफेक्ट्स

  • आर्टिफिशियल स्वीटनर्स के लंबे समय तक इस्तेमाल करने से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • लोग सोचते हैं कि शुगर फ्री वजन घटाने में मदद करती हैं। मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल की एक रिसर्च के अनुसार, शुगर फ्री दुबले होने में बिल्कुल भी मदद नहीं करती। यह मेटाबॉलिज्म और एपेटाइट पर विपरीत असर डालती हैं।
  • सिरदर्द, मितली, जोड़ों में दर्द, नींद न आना, घबराहट आदि इसके कुछ साइड एफेक्ट्स हैं, जो कुछ लोगों में नजर आते हैं।
  • चीनी की बजाय आर्टिफिशियल स्वीटनर्स के इस्तेमाल से पाचन क्रिया पर विपरीत असर पड़ता है। यह आंतों में मौजूद बैक्टीरिया पर नकारात्मक असर डालता है, जिससे भूख कम लगती है।
  • यह मोटापे और दिल संबंधी बीमारियों को जन्म दे सकता है। ऐसे में बेहतर यह होगा कि आप शुगर फ्री की जगह कम मात्रा में सामान्य चीनी का इस्तेमाल करें।
  • ये गोलियां हृदय के लिए भी नुकसानदायक है। शुगर फ्री की गोलियां आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती है।
  • इन टेबलेट के अधिक प्रयोग से आपकी आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है।
  • शुगर फ्री के इस्तेमाल से लोगों के शरीर में पाचन क्रिया पर विपरीत असर पड़ता है। इससे आंतों में मौजूद बैक्टीरिया पर नकारात्मक असर पड़ता है, जिससे भूख लगने की आदत प्रभावित होती है।
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