नमक का ज्यादा सेवन करने से इंसान की मेमोरी कमजोर होने, भटकाव समेत रोज़मर्रा के अन्य कामों को करने में दिक्‍कत आने लगती है, जो डिमेंशिया या अल्जाइमर रोग का कारण बन सकता है. इससे जुड़ी जरूरी बातें सभी को जान लेनी चाहिए.

हम सभी ये सुनते आए हैं कि अधिक नमक का सेवन हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह है. यह ना केवल हमारे ब्‍लड प्रेशर को प्रभावित करता है, यह हार्ट डिजीज और स्‍ट्रोक का कारण भी होता है. एक शोध में इस बात की भी जानकारी मिली है कि ये हमारे ब्रेन की सेहत को भी नुकसान पहुंचाने का काम करता है. अधिक नमक का सेवन डिमेंशिया की वजह भी बन सकता है.

क्‍या कहते हैं शोधकर्ता?
न्यूयॉर्क स्थित वेइल कॉर्नेल मेडिकल कॉलेज में न्यूरोलॉजी और न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर और अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता कोस्टेंटिनो इडेकोला के अनुसार, अधिक नमक का सेवन करने से इंसान में मेमोरी लॉस, भटकाव, कपड़े पहनने, खाना बनाने, बिलों का भुगतान करने या रोज़मर्रा के अन्य कामों को करने में दिक्‍कत आती है. आहार में अधिक मा त्रा में नमक ताऊ नामक प्रोटीन में रासायनिक परिवर्तन करता है जिससे ब्रेन में ताऊ में टकराने की प्रक्रिया होती है और ताऊ के गुच्छे बन जाते हैं जो डिमेंशिया व अल्जाइमर रोग का कारण बन सकता है.

कितना नमक खाना चाहिए?
नर्वस सिस्‍टम और फ्लूइड को बैलेंस करने के लिए शरीर को सोडियम की जरूरत होती है. ऐसे में हमें कुछ मात्रा में अंपने डाइट में सोडियम को शामिल करना जरूरी होता है. डायटरी गाइड लाइन के मुताबिक, 2,300 मिलीग्राम यानी कि एक चम्‍मच से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. हालांकि इसे आप अपनी सेहत और डॉक्‍टर की सलाह को देखते हुए कम या ज्‍यादा किया जा सकता है.

ज्यादा नमक खाने के अन्‍य नुकसान
-बहुत अधिक नमक खाने से बार बार पेशाब आने की समस्‍या हो सकती है.
-अधिक नमक के सेवन से डिहाइड्रेशन और बार बार प्‍यास लगती है.
-अधिक नमक के सेवन से घुटनों, टखनों आदि में सूजन हो सकता है.
-इसके अलावा, ब्‍लड प्रेशर हाई होने की समस्‍या भी हो सकती है.

Spread the information