नींद जीवन के लिए बहुत जरूरी है। हर दिन छह से सात घंटे सोने की डॉक्टर सलाह देते हैं। हेल्दी लाइफ के लिए यह जरूरी है। लेकिन नींद लेने के पीछे एक और बड़ी वजह का खुलासा रिसर्च में हुआ है। स्विट्ज़रलैंड के बर्न यूनिवर्सिटी के न्यूरोलॉजी विभाग के शोधकर्ताओं ने पहचाना कि नींद के दौरान मस्तिष्क नकारात्मक भावनाओं की मजबूती को कम करते हुए सकारात्मक भावनाओं के भंडारण को मजबूत करने का काम करता है। ये सपने के दौरान होता है।
यह रिसर्च साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है। काम मानसिक स्वास्थ्य में नींद के महत्व का विस्तार करता है और चिकित्सीय रणनीतियों के नए तरीके खोलता है। रैपिड आई मूवमेंट स्लीप(rapid eye movement sleep)एक अनोखी और रहस्यमयी नींद की स्थिति है। जिसके दौरान देखे गए सपने गहरे इमोशन के साथ जुड़े हुए होते हैं। इन भावनाओं को कैसे और क्यों पुन सक्रिय मस्तिष्क क्यों करता है यह अभी साफ नहीं हुआ है।
रिसर्च का लक्ष्य नींद में हो रही मस्तिष्क कार्य को जानना था
प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स जागने के दौरान इनमें से कई भावनाओं को एकीकृत करता है लेकिन आरईएम नींद के दौरान विरोधाभासी रूप से मौन दिखाई देता है। इस रिसर्च का लक्ष्य अंतर्निहित तंत्र और इस तरह की आश्चर्यजनक घटना के कार्यों को समझना था। बर्न विश्वविद्यालय में बायोमेडिकल रिसर्च विभाग (डीबीएमआर) और इंसेलस्पिटल, विश्वविद्यालय अस्पताल में न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एंटोनी एडमांटिडिस कहते हैं प्रसंस्करण भावनाओं, विशेष रूप से खतरे और सुरक्षा के बीच अंतर करना, जानवरों के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। मनुष्यों में, अत्यधिक नकारात्मक भावनाएं, जैसे कि भय प्रतिक्रियाएं और चिंता की स्थिति, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) जैसी पैथोलॉजिकल अवस्थाओं को जन्म देती हैं।
रेम नींद क्या है ?
रैपिड आई मूवमेंट स्लीप सोने के चरण का दूसरा भाग होता है यह नॉन रैपिड आई मूवमेंट स्लीप (non rapid eye movement sleep) के बाद होता है जिसके तीन चरण होते हैं। रात के दौरान आप सामान्य रूप से नॉन रैपिड आई मूवमेंट स्लीप के 3 चरणों और रैपिड आई मूवमेंट स्लीप) के एक चरण से गुजरते हैं जो 90 से 120 मिनट का होता है। रेम स्लीप (REM sleep) के दौरान आपका दिमाग बहुत सक्रिय होता है उतना ही जितना आप जागते समय होते हैं आपकी आंखें तेज़ी से पलक के अंदर चलती हैं और आपकी साँस (breathing), हृदय गति (heart rate) और रक्तचाप (blood pressure) बढ़ जाता है। रेम स्लीप (REM sleep) की संभावना तब होती है जब आपको उज्ज्वल स्वप्न दिखते हैं। जिसमें आपकी कुछ मांसपेशियां अस्थायी रूप से लकवा मार देता है जिससे आप अपने स्वप्न में हिल या कोई गतिविधि नहीं कर सकतें। लेकिन हल्की मांसपेशियां का हिलना भी हो सकता है.
यूरोप में 15 प्रतिशत आबादी चिंता से प्रभावित
यूरोप में लगभग 15 प्रतिशत आबादी लगातार चिंता और गंभीर मानसिक बीमारी से प्रभावित है। एंटोनी एडमांटिडिस के नेतृत्व में अनुसंधान समूह अब अंतर्दृष्टि प्रदान कर रहा है कि मस्तिष्क सकारात्मक भावनाओं को मजबूत करने में कैसे मदद करता है और आरईएम नींद के दौरान दृढ़ता से नकारात्मक या दर्दनाक भावनाओं को कमजोर करता है। यह अध्ययन साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ था।
शोधकर्ताओं ने पहले चूहों को सुरक्षा से जुड़े श्रवण उत्तेजनाओं और खतरे से जुड़े अन्य लोगों (प्रतिकूल उत्तेजना) को पहचानने के लिए वातानुकूलित किया। चूहों के मस्तिष्क में न्यूरॉन्स की गतिविधि तब नींद-जागने के चक्र के दौरान दर्ज की गई थी। इस तरह, शोधकर्ता सेल के विभिन्न क्षेत्रों को मैप करने और यह निर्धारित करने में सक्षम थे कि आरईएम नींद के दौरान भावनात्मक यादें कैसे बदल जाती हैं।
सात घंटे की नींद जीवन के लिए बहुत जरूरी
रात में सात घंटे की नींद अच्छी होती है। इससे कम या ज्यादा सोने से अनुभूति और मानसिक स्वास्थ्य को कम लाभ मिलते हैं। जो लोग सात घंटे सोते थे उन्होंने कम या अधिक सोने वालों की तुलना में संज्ञानात्मक परीक्षणों बेहतर प्रदर्शन किया। सामान्य लोगों को भी अवधि में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव के बिना, लगातार सात घंटे की नींद की आवश्यकता होती है।
सोने की कमी इनसे सम्बंधित है :
- मूड परिवर्तन (mood change)
- चिंता (anxiety)
- अवसाद (depression)
- खराब मेमरी, ध्यान और चपलता (poor memory, concentration and movement)
- थकान (fatigue)
- कमज़ोर इम्यून सिस्टम (weekend immune system)
- वज़न का बढ़ना (weight gain)
- स्थितियां जैसे कि उच्च रक्तचाप (high blood pressure), मधुमेह (diabetes) और हृदय रोग (heart disease)