कोरोना वायरस (Corona Virus) से संक्रमित होने के बाद क्या बच्चों में लंबे समय तक कोविड-19 का असर रह सकता है? इस सवाल का जवाब ‘हां’ है. एक रिसर्च बताती है कि वयस्कों की तुलना में बच्चों में कोरोना से ठीक होने के एक महीने बाद तक कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं.

1-2 महीने तक दिखते हैं कोरोना के लक्षण

बच्चों में लंबे समय तक कोविड-19 के लक्षण अक्सर कितनी बार देखने को मिलते हैं, इसे लेकर अलग-अलग राय हैं. हाल ही में प्रकाशित ब्रिटेन की एक रिसर्च में पाया गया कि लगभग 4% छोटे बच्चों और किशोरों में संक्रमित होने के एक महीने से अधिक समय बाद तक कोरोना के लक्षण देखे गए. थकान, सिरदर्द और सूंघने की शक्ति का चला जाना सबसे आम शिकायतों में शामिल थी और अधिकतर लक्षण दो महीने बाद तक दिखाई दिए.

लंबे समय तक दिखते हैं ये लक्षण? 

खांसी, सीने में दर्द और ब्रेन फॉग (स्मरण शक्ति कमजोर हो जाना या ध्यान केंद्रित न कर पाना) अन्य लंबे समय तक दिखने वाले लक्षणों में से हैं जो कभी-कभी बच्चों में भी पाए जाते हैं, और हल्के संक्रमण या कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं होने के बाद भी हो सकते हैं.

सिर्फ वयस्क ही होते हैं प्रभावित?

ब्रिटेन की रिसर्च की तुलना में कुछ अन्य रिसर्च में लंबे समय तक बने रहने वाले लक्षणों की जर और ज्यादा पाई गई है, लेकिन बच्चों को वयस्कों की तुलना में कम प्रभावित माना जाता है. कुछ अनुमानों के अनुसार, लगभग 30% वयस्कों में कोविड-19 के लक्षण लंबे समय तक डेबलप होते हैं.

हालांकि अभी तक विशेषज्ञ निश्चित नहीं हैं कि इन दीर्घकालिक लक्षणों के कारण क्या हो सकते हैं. कुछ मामलों में, यह प्रारंभिक संक्रमण के कारण अंगों को होने वाले नुकसान को दिखा सकता है या यह शरीर में मौजूद वायरस और सूजन का नतीजा है.

बच्चे निश्चित रूप से पहली लहर के मुकाबले ज्यादा सिम्टोमैटिक हो रहे हैं. उनकी बीमारी की गंभीरता बढ़ गई है. डॉक्टरों ने अभिभावकों से आग्रह किया है कि अपने बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सावधान रहें. उन्होंने ये भी चेतावनी दी है कि बच्चे ‘खामोश वाहक’ या ‘सुपर-स्प्रेडर’ का काम भी कर सकते हैं और अन्य बच्चे और व्यस्कों तक बीमारी को फैला सकते हैं.

 

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