र साल 1 से 7 सितंबर तक ‘National Nutrition Week’ यानि ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाया जाता है। ताकि लोगों को विटामिन, प्रोटीन, आयरन आदि जरूरी पोषक तत्वों के बारे में जागरूक किया जा सके।

इस साल की थीम 

हर साल राष्ट्रीय पोषण सप्ताह (National Nutrition Week) का उत्सव एक थीम पर आधारित होता है. इस साल यानि वर्ष 2021 का थीम है ‘फीडिंग स्मार्ट राइट फ्रॉम स्टार्ट’ (Feeding Smart Right From Start).

पोषण है जरूरी (Nutrition Is Essential)

आखिर सही पोषण सभी के लिए बहुत जरूरी है. पोषण विकास और स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण हिस्सा है. पोषण मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली, सुरक्षित गर्भावस्था, मेटर्नल हेल्थ और शरीर के मानसिक और शरीरिक विकास के लिए बहुत जरूरी है. इसके साथ ही पोषण की कमी से शरीर में कई बीमारियां भी घर कर लेती है.

लापरवाही पड़ सकती है भारी

पोषण शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है. आवश्यक या पर्याप्त पोषण की कमी वाला आहार कुपोषण के रूप में जानी जाने वाली स्थिति को जन्म दे सकता है. एक विनियमित आहार चार्ट का पालन करने के बावजूद, लोग अक्सर बुरे परिणामों का अनुभव करते हैं. ये हमारी ही लापरवाही से होने वाले कारणों के परिणाम होते हैं. आइए आपको बताते हैं सामान्य पोषण और आहार संबंधी गलतियों के बारे में, जो लोग अक्सर करते हैं और कैसे इनसे बचा जा सकता है.

शरीर में पोषण की कमी होने पर आपको इस तरह के संकेत मिल सकते हैं. 

  • थकान महसूस होना (Feeling Tired) – अगर आपको थोड़ा सा भी काम करने पर थकान महसूस होने लगती है या फिर यूं कहें कि आप किसी भी काम में बहुत जल्दी थक रहे हैं और कमजोर महसूस कर रहे हैं, तो हो सकता है कि आपके शरीर में पोषण की कमी हो.
  • बाल को झड़ना (Hair Fall) – अगर आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं या फिर उनमें रूखापन आ रहा है, तो ये कुपोषण के संकेत हो सकते हैं.
  • नाखूनों पर निशान पड़ना (Nail Marks) – नाखून का खुद से टूट जाना और उनमें सफेद निशान पड़ना आपके लिए चिंता का विषय है. इसका मतलब साफ है कि आप में कैल्शियम और न्यूट्रीएंट की कमी संकेत दे रही है.

  • सेहत में बदलाव (Changes In Health)  – शरीर में किसी भी तरह का बदलाव जैसे- सांस की बदबू, मुंह की सूजन, ओरल हेल्थ में बदलाव के संकेत हैं. इसका मतलब की आप में पोषण की कमी है.
  • भूख न लगना (Lack Of Appetite) – शरीर में पोषण की कमी का मुख्य कारण भूख नहीं लगना भी है. शरीर में पर्याप्त कैलोरीज नहीं पहुंचने पर भूख लगना अक्सर बंद हो जाती है.
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