आज विश्व गौरैया दिवस है। विश्व गौरैया दिवस को गौरैया के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से हर साल 20 मार्च के दिन मनाया जाता है।ये नेचर फोरेवर सोसाइटी (भारत) और इको-सिस एक्शन फ़ाउंडेशन (फ्रांस) के मिले जुले प्रयास के कारण मनाया जाता है।
कैसे हुआ आरम्भ ?
नासिक निवासी मोहम्मद दिलावर ने घरेलू गौरैया पक्षियों की सहायता हेतु नेचर फोरेवर सोसाइटी की स्थापना की थी। इनके इस कार्य को देखते हुए टाइम ने 2008 में इन्हें हिरोज ऑफ दी एनवायरमेंट नाम दिया था। विश्व गौरैया दिवस मनाने की योजना भी इन्हीं के कार्यालय में एक सामान्य चर्चा के दौरान बनी थी।
गौरैया को बचाने के लिए
1- घर के छतों, आँगन, खिड़कियों और छज्जों पर दाना जरूर रखें।
2- बाजार से कृत्रिम घोंसले लाकर रख सकते हैं।आप घर में बेकार पडे डिब्बे, खोखले बाँस के टुकड़े या मिट्टी की छोटी-छोटी बेकार मटकियों में छेद करके भी टांग सकते हैं|
3- यदि घर में कहीं गौरैया घोसला बना रही हैं तो उन्हें न बिगाड़े।
4=गर्मियों में पीने के लिए पानी की उचित व्यवस्था करें।
आओ गौरैया को उनका घर दे।
(हिमांशु शर्मा के फेसबुक पेज से साभार)