Month: November 2023

सामाजिक परिवर्तन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है तर्कशील सोच, वैज्ञानिक पद्धति और वैज्ञानिक मानसिकता

प्रोफ़ेसर सुरेंद्र कुमार जबहम दुनिया में कुछ भी घटित होता देखते हैं तो मन में अनेक प्रश्न उठते हैं।  जैसेक्या…

अपने वैज्ञानिकों को जाने : माइकल फैराडे ने कठिन अभावों के बीच भी बनाई अपनी राह, आइंस्टाइन के प्रेरणास्रोत बने

वेदप्रिय देश में संविधान सम्मत, वैज्ञानिक मानसिकता के विकास एवं विस्तार के लिए ऑल इंडिया पीपुल्स साइंस नेटवर्क (AIPSN) द्वारा…

रोचक : क्या है सन् 2023 में सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया शब्द, किसे मिला ‘वर्ड ऑफ द ईयर’ का ताज ?

विकास शर्मा मरियम वेब्स्टर ने साल 2023 का वर्ड ऑफ द ईयर यानी साल का शब्द का खिताब ऑथेंटिकेट, या…

नजरिया : हमारी जीवन शैली में सार्थक परिवर्तन से ही बचेगा पर्यावरण, बचेगी धरती

भानु प्रकाश सिंह जलवायु परिवर्तन, संसाधनों की कमी और प्रदूषण के सामने, पर्यावरणीय संरक्षण और सतत विकास की आवश्यकता बढ़ती…

पर्यावरण : ग्रामीण भारत में बढ़ता प्लास्टिक प्रदूषण एक बड़ी चुनौती, बेहद जरूरी है अंकुश लगाना

स्वाति भाटिया कलड़वास राजस्थान के उन कुछ गांवों में से एक है, जहां घर-घर जाकर सभी 710 घरों से कूड़ा…

26 नवम्बर, संविधान दिवस : आइए, संविधान, लोकतंत्र एवं धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को आगे बढ़ाएं, वैज्ञानिक चेतना फैलाएं

आज 26 नवम्बर, संविधान दिवस है। किसी भी लोकतांत्रिक समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में संविधान की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका…

जानकारी : 25 वर्षों के बाद भी, कई खूबियों के साथ अब तक अच्छे ढंग से काम कर रहा है इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन

विकास शर्मा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन कई अनोखी खूबियों वाली मानव कृति है. यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अभूतपूर्व मिसाल है जिसके…

23 नवम्बर, स्मृति दिवस : देश के महान वैज्ञानिक जे सी बोस के, सपनों, विचारों एवं कार्यों को आगे बढ़ाएं, मंजिल तक पहुंचाएं

आज 23 नवंबर है। देश के महान वैज्ञानिक सर जे सी बोस का स्मृति दिवस। आज के ही दिन, 23…

20 नवंबर, विश्व बाल दिवस : दुनिया के बच्चों के लिए समर्पित है आज का दिन, भारत में इसकी तिथि है भिन्न

हर साल 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व बाल दिवस दुनिया भर में बच्चों के अधिकारों के…

पुस्तक अंश : बेहद दिलचस्प पुस्तक ‘ओरांग उटांग’, लगातार खतरे की ओर बढ़ रहे धरती पर जीवन को करती है रेखांकित

रंजना त्रिपाठी “संभवतः धरती पांच बार महाविनाश का सामना कर चुकी है, लेकिन इसके पहले आये महाविनाश के पीछे प्राकृतिक,…