आज पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy Day) मना रहा है। भारत में भी अलग-अलग आयोजन हो रहे हैं। साक्षरता के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 8 सितंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ 2021 मनाया जाता है. साक्षरता न केवल लोगों को सम्मान के साथ जीने में मदद करती है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाती है.

इस विशेष दिवस को यूनेस्को के जरिए 1966 में यूनेस्को के आम सम्मेलन के 14वें सेशन में घोषित किया गया था. वर्ष 1967 में पहली बार ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ मनाया गया. इस वर्ष की थीम ‘लिटरेसी फोर ए ह्यूमन सेंटर्ड रिकवरी : डिजिटल डिवाइड को कम करना’ है.

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2021 का महत्व

लोगों को साक्षर होने और सामाजिक और मानव विकास के अपने अधिकारों को जानने की जरूरत के बारे में जागरूक करने के लिए ये दिन हर साल ऐसे ही मनाया जाता है. साक्षरता न केवल लोगों को बेहतर जीवन जीने में मदद करती है बल्कि गरीबी उन्मूलन, जनसंख्या को नियंत्रित करने, बाल मृत्यु दर को कम करने आदि में भी मदद करती है. ये दिन लोगों को बेहतर शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है. यूनेस्को इस दिन लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और गांवों में कई कार्यक्रम आयोजित करता है.

2015 में, संयुक्त राष्ट्र ने लोगों के जीवन में क्वालिटी एजुकेशन और सीखने के मौकों तक यूनिवर्सल एक्सेस को बढ़ावा देने के लिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट एजेंडा अपनाया. सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल 4 का एक टारगेट ये सुनिश्चित करना है कि सभी युवा लिटरेसी और न्यूमरेसी हासिल करें और वयस्कों, जिनके पास इन स्किल्स की कमी है, को उन्हें हासिल करने का मौका दिया जाता है.

यह रिपोर्ट नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस सर्वे (NSO Survey) पर आधारित है। 75वें नेशनल सैंपल सर्वे (जुलाई 2017 से जून 2018) में भारत में शिक्षा के विषय के अंतर्गत राज्यवार साक्षरता दर की जानकारी दी गई है। इसमें 7 साल और इससे ऊपर के लोगों को बतौर सैंपल लिया गया है।

भारत में साक्षरता दर
इस सर्वे के अनुसार, देश की कुल साक्षरता दर (India overall literacy rate) 77.7 फीसदी है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में यह 73.5 फीसदी और शहरी क्षेत्रों में 87.7 फीसदी है। पुरुषों के मामले में देश की साक्षरता दर 84.7 फीसदी और महिलाओं में 70.3 फीसदी है। सर्वे में यह भी पाया गया कि हर राज्य में पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं की तुलना में ज्यादा है।

ट-वाइज लिस्ट
यहां हम आपको बता रहे हैं कि इस सर्वे के आधार पर साक्षरता दर के मामले में टॉप 5 और बॉटम 5 राज्य कौन-कौन से हैं।

सबसे ज्यादा साक्षरता दर वाले टॉप 5 राज्य
केरल – 96.2 फीसदी
दिल्ली – 88.7 फीसदी
उत्तराखंड – 87.6 फीसदी
हिमाचल प्रदेश – 86.6 फीसदी
असम – 85.9 फीसदी

सबसे कम साक्षरता वाले 5 राज्य
आंध्र प्रदेश – 66.4 फीसदी
राजस्थान – 69.7 फीसदी
बिहार – 70.9 फीसदी
तेलंगाना – 72.8 फीसदी
उत्तर प्रदेश – 73 फीसदीकैसे किया गया सर्वे
इस सर्वे के लिए पूरे देश के 6,188 प्रखंडों से कुल 1,13,757 घरों को लिया गया। 64,519 ग्रामीण और 49,238 शहरी घरों के लोगों को सैंपल के तौर पर लिया गया।

 

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